शिव

भारतीय परंपरा में हिंदू धर्म के लोग सभी देवी देवताओं की पूजा करते हैं जिस में शिव जी की भी पूजा बहुत ही माननीय है लोग बहुत ही श्रद्धा से उनकी भक्ति करते हैं तथा शिवलिंग को पूजते हैं लेकिन क्या वे जानते हैं कि शिवलिंग की भक्ति करना शास्त्रों में लिखा गया है? क्या हम यह भक्ति कर रहे हैं वह शास्त्रों के अनुसार है? आइए, हम यह समझने के लिए आगे बढ़ते हैं कि शिव लिंग की पूजा कैसे शुरू हुई? शिव लिंग की पूजा कैसे शुरू हुई? - शिव पुराण शिव पुराण के साक्ष्य नीचे दिए गए तथ्यों पर प्रकाश डालेंगे वर्तमान युग में शिवलिंग की पूजा क्यों की जाती है? शिवलिंग पूजा एक मनमाना अभ्यास है शिव पुराण (प्रकाशक- खेमराज श्री कृष्णदास प्रकाशन, मुंबई; अनुवादक - पं। ज्वाला प्रसाद जी मिश्र) भाग -1, विद्ेश्वर संहिता, अध्याय- 5, पृष्ठ संख्या -11 नंदिकेश्वर बता रहे हैं कि शिव लिंग की पूजा कैसे शुरू हुई? विदेश्वर संहिता, पृष्ठ संख्या १ita, श्लोक ४०-४३ 'मैं (सदाशिव / काल) अपने शरीर रूप में विद्यमान हूं। यह स्तंभ मेरे (ब्रह्म-काल) रूप को भी पहचानता है। ' भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु को संबोध...